बीजिंग/ नई दिल्ली. अमरीका राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर शुरू करने के बाद चीन से भारत की तरफ दोस्ती का...
हाथ बढ़ाया है। चीन ने कहा दोनों देश प्रतिस्पर्धा की बजाय दोस्ती का हाय बढ़ाएं तो वैज्िक व्यापारिक संबंधों में बढ़ा
बदलाव आ सकता है। चीन के विदेश मंत्री बाग थी ने नेशनल पीपुत्स कांग्रेस की बैठक के बाद प्रेस कॉसफ्रेंसमें कहा, दोनों देशों को एक-दूसरे की सफतता में सा्ीदार बनना चाहिए।
एशिया की दो सबसे बड़ी अर्वव्यवस्थाएं मित जाएं तो ग्लोबल साउय का विकास होगा। चीन भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। बाग यी ने कहा, 'एक दुसरे को नीचा दिखाने
के बजाय समर्थन करना व एक दूसरे से बचने के बजाय सहयोग को मजबूत करना हमारे बुनियादी हितों में है।' चीन की इस पेशकश के बाद भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई
है। माना जा रहा है कि अमरीका से ज्टका खाने के बाद चीन से रुख में नरमी आई है। ट्रंप ने जिन देशों पर टेरिफ बढ़ाने की घोषणा की है, उनमें चीन भी शामित है। भारत अभी टैरिफ वार
के प्रभाव में नहीं आया है पर ट्रंप बार-बार भारत का जिक्र कर टैक्स बढ़ाने की बात कह चुके हैं। भारत इस प्रभाव को कम करने के लिए वार्ता कर रहा है।
रा टूपति ट्रंप ने शुक्रवार को दावा किया कि अमरीकी आयात पर भारत टैरिफ कम करने के तिए सहमत हो गया है। उन्होंने कहा, 'अब कोई उनकी पोत खोल रहा है तो वह शुल्क में
कटौती को तियार हैं।' विदेश मंत्रातय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों सरकोरें द्विप्ीय व्यापार समझौते पर चर्चा को आगे बढ़ाने की प्रक्तिय में हैं। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल
ट्रेड डीत के लिए अमरीका में हैं।
हम सकारात्मक दिशा में: जयशंकर
विदेश मंत्री एस, जयशैकर ने गुरुवार को कहा था कि भारत
सरकार चीन के साथ संबंधी के तिए 'अनुमान से अधिक
सकारामक दिशा' में काम कर रही है। इसके लिए उठाए
कदमों में चीनी नियंत्रण वे स्थलों की तीर्थयात्रा फिर शुरू
करना, सीधी उड़ानें, पत्रकारों का आदान-प्रदान शामित
होगा।